Economy Meaning Definition Sectors
Economy Meaning Definition Sectors
इस भाग ECONOMY DEFINITION MEANING AND SECTORS अर्थव्यवस्था की परिभाषा अर्थ तथा क्षेत्र में अर्थव्यवस्था के क्षेत्र (प्राथमिक, द्वितीयक तथा तृतीयक) तथा उसके अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों से सम्बंधित प्रश्न दिए गए हैं
अर्थव्यवस्था से परिचय – Introduction To Economy
- अर्थव्यवस्था उत्पादन (PRODUCTION), वितरण (DISTRIBUTION), तथा खपत (CONSUMPTION) की एक सामाजिक व्यवस्था है
- अर्थ + व्यवस्था = अर्थव्यवस्था
- अर्थव्यवस्था का सबसे पहले वर्णन कौटिल्य की पुस्तक “अर्थशाश्त्र” में मिलता है
अर्थव्यवस्था के क्षेत्र – Sectors of Economy
अर्थव्यवस्था को 3 श्रेणियों में बांटा जा सकता है
1.पूंजीवादी अर्थव्यवस्था (CAPITALIST)
2.कमांड पर आधारित अर्थव्यवस्था (COMMAND ECONOMY)
3.मिश्रित अर्थव्यवस्था (MIXED ECONOMY)
1.पूंजीवादी अर्थव्यवस्था (CAPITALIST) – इसमें उत्पादन से सम्बंधित सभी कार्य बाज़ार या निजी क्षेत्र तय करता जैसे क्या उत्पादन करना है, कितना उत्पादन करना है तथा उसे कितनी कीमत पर बेचना है नोट – एडम स्मिथ की पुस्तक “THE WEALTH OF NATIONS” 1776 में सबसे पहले पूंजीवादी व्यवस्था के बारे में बताया गया है
2. कमांड पर आधारित अर्थव्यवस्था (COMMAND ECONOMY) – इसमें उत्पादन, वितरण तथा कीमत का निर्धारण शासन द्वारा लिया जाता है
1. समाजवादी (SOCIALIST)
2. साम्यवादी (COMMUNIST)
समाजवादी तथा साम्यवादी अर्थव्यवस्था दोनों में ही व्यक्ति से अधिक महत्वपूर्ण समाज को माना जाता है
गुण | साम्यवाद | समाजवाद |
कार्य वितरण | लोगों को उनकी क्षमता के अनुसार कार्य दिया जाता है | लोगों को उनकी क्षमता के अनुसार कार्य दिया जाता है |
आर्थिक उत्पादन का वितरण | लोगों को उनकी आवश्यकता के अनुसार आर्थिक वितरण किया जाएगा | अधिक या कम कार्य के अनुसार आर्थिक वितरण होता है |
समानता | सभी को आर्थिक वितरण में समानता | कार्य के आधार पर आर्थिक वितरण में असमानता |
शुद्ध साम्यवाद
- यह एक आर्थिक प्रणाली है जिसमें अधिकांश या सभी संसाधन तथा संपत्ति सभी लोगों के लिए होंगी
- कार्ल मार्क्स (जर्मन दार्शनिक, अर्थशास्त्री) की पुस्तक (1848) “द कम्युनिस्ट मेनिफेस्टो” में सिद्धांत के अनुसार शुद्ध साम्यवाद से ऐसे समाज का निर्माण होगा जिसमे लोगों को व्यक्तिगत धन संचय करने की आवश्यकता नहीं होगी तथा सभी में आर्थिक समानता होगी
- सरकार भोजन, आवास, चिकित्सा तथा शिक्षा जैसे बुनियादी सुविधाओं की पूर्ति करेगी
- 1875 में मार्क्स ने साम्यवाद के लिए एक वाक्य दिया “अपनी दक्षता के अनुसार प्रत्येक से, अपनी आवश्यकताओं के अनुसार”
शुद्ध समाजवाद
- यह एक आर्थिक प्रणाली है जिसमें व्यक्ति लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार होती है
- आर्थिक उत्पादन का वितरण प्रत्येक व्यक्ति की क्षमता तथा योगदान के अनुसार होगा
- 1980 में ग्रेगरी पॉल (अमेरिकी लेखक तथा समाजशात्री) ने सामाजवाद के लिए कहा “प्रत्येक के लिए उनकी क्षमता के अनुसार, प्रत्येक के लिए उनके योगदान के अनुसार”
3. मिश्रित अर्थव्यवस्था (MIXED ECONOMY) mixed economy means – यह पूंजीवादी तथा राज्य अर्थव्यवस्था के मिश्रण से बनती है भारत में मिश्रित अर्थव्यवस्था अपनाई जाती है नोट – केन्स तथा प्रो. लांज ने इस अर्थव्यवस्था के बारे में बताया
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Multiple Choice Questions (MCQ)
प्रश्न – सबसे पहले अर्थशास्त्र पुस्तक किसने लिखी
(A) कौटिल्य
(B) चन्द्रगुप्त
(C) जोर्ज विलियम
(D) इनमें से कोई नहीं
Show Answer उत्तर – (A) कौटिल्य
प्रश्न – ऐसी अर्थव्यवस्था जिसमें वस्तु के उत्पादन तथा कीमत का निर्णय बाज़ार के माध्यम तय करते हैं
(A) पूंजीवादी
(B) राज्य अर्थव्यवस्था
(C) मिश्रित अर्थव्यवस्था
(D) सभी
Show Answer उत्तर – (A) पूंजीवादी
प्रश्न – कौन सी अर्थव्यवस्था में बाज़ार में उत्पादन तथा कीमत पर सरकार का नियंत्रण होता है
(A) पूंजीवादी
(B) राज्य अर्थव्यवस्था
(C) मिश्रित अर्थव्यवस्था
(D) इनमें से कोई नहीं
Show Answer
उत्तर – (B) राज्य अर्थव्यवस्था
उत्तर – (B) राज्य अर्थव्यवस्था
प्रश्न – भारत में कौन सी अर्थव्यवस्था देखी जाती है
(A) पूंजीवादी
(B) राज्य अर्थव्यवस्था
(C) मिश्रित अर्थव्यवस्था
(D) इनमें से कोई नहीं
Show Answer उत्तर – (C) मिश्रित अर्थव्यवस्था
प्रश्न – वस्तुओं तथा सेवाओं के उत्पादन(PRODUCTION), वितरण( DISTRIBUTION) तथा उपभोग (CONSUMPTION) को कितने क्षेत्रों में बांटा जा सकता है
(A) 1
(B) 2
(C) 4
(D) 3
Show Answer उत्तर – (D) 3
प्रश्न – कृषि अर्थव्यवस्था के कौन से क्षेत्र से सम्बंधित है
(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) इनमें से कोई नहीं
Show Answer उत्तर – (A) प्राथमिक
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